दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर से प्रदेश सरकार का कोई संबंध नहीं, बदरी-केदार के नाम का दुरूपयोग करने पर होगी विधिक कार्यवाही :अजेंद्र अजय



ऋषिकेश देहरादून 15 जुलाई।  श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली के नाम से दिल्ली में श्री केदारनाथ मंदिर का निर्माण प्रस्तावित किए जाने को लेकर बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने साफ किया कि ट्रस्ट द्वारा प्रस्तावित निर्माण का बीकेटीसी से कोई संबंध नहीं है और न ही उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा इसका किसी तरह का निर्माण किया जा रहा है और इसमें किसी भी प्रकार से कोई भी आर्थिक मदद नही की जा रही है। 

 बताते चलें श्री बदरीनाथ व श्री केदारनाथ धामों के नाम, फोटो, वीडियो आदि के व्यावसायिक उपयोग और अन्य प्रकार से दुरुपयोग को रोकने के लिए श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) कानूनी प्रावधानों को तलाश रही है। इस संबंध में कुछ माह पूर्व हुई बीकेटीसी की बोर्ड बैठक में कानून के विशेषज्ञों से सलाह लेने और आवश्यक प्रावधान करने के लिए कदम उठाने का निर्णय लिया गया था। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी इस संबंध में आवश्यक दिशा – निर्देश दिए गए हैं।

श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली के नाम से दिल्ली में श्री केदारनाथ मंदिर का निर्माण प्रस्तावित किए जाने के समाचारों के बीच बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि उनके संज्ञान में आया था की कुछ लोग श्री केदारनाथ व श्री बदरीनाथ धाम का नाम, फोटो, वीडियो इत्यादि का व्यावसायिक लाभ के लिए प्रयोग कर रहे हैं। इन धामों के नाम पर ट्रस्ट , संस्था इत्यादि बनाए जा रहे हैं। इससे आम श्रद्धालु भ्रमित होकर इन संस्थाओं को चंदा इत्यादि देते हैं।

उन्होंने बताया कि हाल ही में श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट, दिल्ली का नाम सामने आने से कुछ समय पूर्व एक अन्य संस्था श्री केदारनाथ धर्मशाला ट्रस्ट के बारे में भी सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी सामने आयी थी। जिसमें संस्था द्वारा केदारनाथ धाम के नाम पर धर्मशाला, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल आदि बनाने जैसी बातें सामने आयी थीं।

अजेंद्र ने कहा कि हमारे विश्व प्रसिद्ध धामों के नाम से आम श्रद्धालु किसी प्रकार से भ्रमित ना हों, इसके लिए बीकेटीसी बोर्ड बैठक में चिंता जतायी गई थी। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा उत्तराखंड राज्य सरकार का इस ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे निर्माण से कोई संबंध नहीं है और न ही राज्य सरकार द्वारा इसमें किसी भी प्रकार से कोई भी आर्थिक मदद नही की जा रही है। दिल्ली में बन रहे मंदिर से प्रदेश सरकार का कोई संबंध नहीं है बदरी-केदार के नाम का दुरूपयोग करने पर होगी विधिक कार्यवाही की जाएगी। मंदिर के नाम के दुरुपयोग को रोकने की लिए समुचित कानूनी प्रावधान तलाशने के लिए कानूनी विशेषज्ञों की सेवा लेने का प्रस्ताव पारित किया गया है। इस पर कार्रवाई गतिमान है।

उन्होंने बताया कि अभी कुछ समय पूर्व इंटरनेट पर उत्सव नामक एक एप के माध्यम से श्री बदरीनाथ व श्री केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं से घर बैठे ऑनलाइन पूजा कराने के नाम पर पैंसे लेने की बात सामने आयी थी। इस पर केदारनाथ मंदिर के प्रभारी अधिकारी द्वारा 24 जून को सोनप्रयाग थाने में तहरीर दी गई है।

बीकेटीसी अध्यक्ष ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे किसी प्रकार के भ्रामक संस्थाओं अथवा ट्रस्ट के झांसे में ना आए। बीकेटीसी के अधीनस्थ सभी मंदिरों में पूजा व्यवस्था, धर्मशाला निर्माण, संस्कृत विद्यालयों की व्यवस्था आदि का सभी कार्य मंदिर समिति के नियंत्रणाधीन हैं। बीकेटीसी की अधिकृत वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन पूजाओं व अन्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

चार धाम यात्रा के नाम पर ट्रैवल एजेंसी पर 2 लाख की ठगी का आरोप, यात्रियों के बनाए फर्जी रजिस्ट्रेशन, ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध हुआ मुकदमा दर्ज 



ऋषिकेश 21 मई। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर ट्रैवल एजेंसी द्वारा यात्रियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2 लाख की धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस द्वारा ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि 21 मई 2024 को कोतवाली ऋषिकेश में मुक्कावली साई भ्रमर मधुरिया निवासी श्रीनिवासा नगर बैंक कॉलोनी विजयवाडा आंध्र प्रदेश के द्वारा एक लिखित तहरी दी गई की प्रार्थी गण कुल 11 लोग चार धाम यात्रा हेतु legend India holidays address 823 jaina tower 2 district centre Janakpuri Delhi से ऑनलाइन पैकेज बुक किया था जिस संबंध में हमारे द्वारा कंपनी कर्मचारी कुमकुम वर्मा और डायरेक्टर ऋषि राज से फोन के माध्यम से बात हुई जिसमें उनके द्वारा विश्वास दिलाया गया कि हमें चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन एवं ठहरने आदि की व्यवस्था करके देंगे जिसके एवज में उक्त लोगों द्वारा हमसे दो लाख तैंतीस हजार रुपए लिए गए।

इन्होंने वादा किया कि चार धाम का दिनांक 25 मई 2024 से 30 मई 2024 के बीच का रजिस्ट्रेशन करके देंगे इनके बताएं अनुसार  कुमकुम वर्मा द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन पीडीएफ दे दिए गए जब हमने ऋषिकेश में जाकर रजिस्ट्रेशन काउंटर पर दिखाया तो हमें रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बैठे व्यक्ति ने बताया कि उक्त रजिस्ट्रेशन फर्जी बनाए गए हैं उक्त रजिस्ट्रेशन वास्तविक दिनांक 1 जून 2024 से 10 जून 2024 के बीच में है उक्त ट्रैवल एजेंसी के द्वारा हमसे धोखाधड़ी करके लाखों रुपए ठग लिए गए हैं।

प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में उपरोक्त ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 120B 420 468 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई है।