गढ़वाल आयुक्त ने चार धाम यात्रा को लेकर यात्रा से जुड़े सभी स्टेक होल्डरों के साथ हुई बैठक  वीआईपी दर्शन पीक यात्रा के समय न होकर यात्रा के लीन समय हो निर्धारित: नवीन रमोला   सभी के सुझावों को संबंधित विभागों से विचार विमर्श कर मुख्यमंत्री के सामने इन विषयों का रख उस पर जल्द से जल्द किया जाएगा अमल: विनय शंकर पांडे 



 ऋषिकेश 03 अगस्त । चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर प्राकृतिक आपदा सहित केंद्र को राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर गढ़वाल मंडल के मुख्य आयुक्त विनय शंकर पांडे ने स्टेक होल्डरों के साथ बैठक कर अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा के साथ जन प्रतिनिधियों की समस्याओं को सुनने के उपरांत जल्द ही उनका समाधान किए जाने का आश्वासन दिया ।

शनिवार को आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे ने ट्रांसिट कैंप ऋषिकेश में चार धाम यात्रा के संबंध में स्टेकहोल्डर के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना जिसमें चार धाम हक हकूक धारी समिति के महासचिव ‌कृष्णकांत कोठियाल ने बद्रीनाथ में केंद्र व‌ राज्य सरकार द्वारा मास्टर प्लान के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर अपनी आपत्ति जताते हुए कहा कि बद्रीनाथ में पीढ़ी दर पीढ़ी रहने वाले जिन लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं उनको ना तो मुआवजा दिया गया है ओर ना हीं उनके विस्थापन की कार्रवाई की गई है, जिनकी समस्याओं को लेकर चार धाम हक्क हकूक धारी समिति द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक सभी को ज्ञापन देकर उनकी समस्याओं का समाधान किए जाने की गुहार भी लगाई गई है, परंतु अभी तक उनकी मांगों पर गौर तक नहीं किया गया है जिससे तमाम प्रभावित लोगों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है, जबकी सभी लोग सरकार की योजनाओं का स्वागत करते हैं।

संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति की ओर‌ नवीन चंद रमोला ने दिए गए ज्ञापन में यात्रा के दौरान किए जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण को सरलीकरण किए जाने के साथ हरिद्वार से संचालित हो रही यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने व शासन की ओर से यात्रा के दौरान कुप्रबंधन में सुधार किए जाने की मांग की है। उन्होंने यह भी बोला कि  मई जून के महीना में यात्रा का दबाव जायदा रहता है यात्रा के पीक समय में वीआईपी दर्शन के कारण चार धाम यात्रियों को बहुत असुविधा का सामना करना पड़ता है, अत वीआईपी दर्शन के लिए जुलाई अगस्त सितबर का समय निर्धारित किया जाना चाहिए। 

बैठक में आए चार धाम यात्रा से जुड़े सभी संस्थाओं समितियो  स्टेक होल्डरों के विचार विमर्श सुनने के बाद गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि उत्तराखण्ड चार धाम यात्रा उत्तराखंड ही नहीं वल्कि पूरे देश की यात्रा है, जिसका प्रथम चरण पूरा हो गया है,  अभी फिलहाल यात्रा का लीन फेस चल रहा है, सितंबर अक्टूबर माह में यात्रा का  सेकंड फेस शुरू होगा सेकंड फेस मे यात्रा और बेहतर कैसे हो  उसी को और बेहतर कैसे बनाए  इस को लेकर चार धाम यात्रा से जुड़े सभी संस्थाओं समितियां व्यापारियों   के सुझाव सामने आए हैं।

 इस संबंध में हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार इस बात पर जोर दिया है कि चार धाम यात्रा में जो भी यात्री आ रहे हैं वह उनको किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, साथ ही साथ हमारे जो चार धाम यात्रा से जुड़े व्यवसाय है। वो टूर ट्रैवल ऑपरेटर वाले हो, तीर्थ पुरोहित हो , होटल व्यवसायी ,  घोड़े खच्चर डंडी, कंडी वाले हो इन सभी के हित भी चार धाम यात्रा से जुड़े हैं उनकी आर्थिकी का सबसे बड़ा जरिया होता है, इसी को लेकर उनसे विचार विमर्श किया गया है। 

उनके सभी सुझावों को संबंधित विभागों से विचार विमर्श कर मुख्यमंत्री के सामने इन विषयों का रख उस पर जल्द से जल्द अमल किया जाएगा

बैठक में अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल, नगर निगम के मुख्य आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी, अध्यक्ष श्री यमुनोत्री मंदिर समिति बड़कोट पुरुषोत्तम उनियाल, रजनीकांत सेमवाल, शैलेंद्र सिंह, अशोक सेमवाल, अजय पुरी, शैलेश ध्यानी, भास्कर डिमरी, प्रेम दत्त गोस्वामी, सुभाष कुमाई, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार भगवान श्री मदहेश्वर जी के विधि विधान से खुले कपाट



उखीमठ (रूद्रप्रयाग) 20 मई। पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट आज सोमवार को पूर्वाह्न 11.15 बजे विधि-विधान से खुल गये है। इस अवसर पर साढे़ तीन सौ से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे।

कपाट खुलने की प्रक्रिया श्री मदमहेश्वर जी की देवडोली के पहुंचने के बाद आज प्रात: दस बजे पूर्वाह्न शुरू हुई।
ठीक पूर्वाह्न सवा ग्यारह बजे पुजारी टी गंगाधर लिंग ने पूजा- अर्चना पश्चात श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति अधिकारियों , हकहकूक धारियों की उपस्थिति में विधि- विधान से श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट खोल दिये। इसके पश्चात भगवान मदमहेश्वर जी के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप अलग कर निर्वाण रूप तथा उसके पश्चात श्रृंगार रूप दिया गया तत्पश्चात श्रद्धालुओं‌ ने दर्शन किये।
कपाट खुलने हेतु पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया था। इस अवसर पर आचार्य वदपाठीं मंदिर समिति अधिकारीं – कर्मचारी एवं हकहकूकधारी मौजूद रहे।
श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुलने पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में शुभकामनाएं दी कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान श्री मदमहेश्वर जी के दर्शन हेतु पहुंचेंगे।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार एवं मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने श्री मदमहेश्वर यात्रा शुरू होने पर प्रसन्नता जताई है बताया कि पर्याप्त यात्रा तैयारियां की गयी है।

आज प्रात: ही श्री मदमहेश्वर जी की उत्सव डोली गौंडार गांव से श्री मदहेश्वर पहुंची थी। जबकि बीते कल 19 मई को द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी की देवडोली अन्य देव निशानों के साथ श्री राकेश्वरी मंदिर रांसी से गौंडार गांव रात्रि विश्राम को प्रस्थान हुई थी।
कपाट खुलने के अवसर पर पुजारी टी गंगाधर लिंग,देवरा प्रभारी यदुवीर पुष्पवान, ग्राम प्रधान वीर सिंह पंवार, देवानंद गैरोला, डोली प्रभारी मनीष तिवारी, अवर सहायक दीपक पंवार सहित वन विभाग के कर्मचारी सहित रांसी पंच गौंडार के हकहकूकधारी मौजूद रहे।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर समिति के सेवादार एवं हक हकूकधारी देवडोली के साथ चल रहे हैऔर पैदल चलकर देवडोली आज प्रात: सोमवार सुबह को श्री मदमहेश्वर धाम पहुंची। आज 20 मई पूर्वाह्न 11.15 बजे( सवा ग्यारह बजे) श्री मदमहेश्वर जी के कपाट शीत काल हेतु दर्शनार्थ खुल गये।