यूपी नबर की गाडी में पुलिस बनकर आए छह लोग युवक को घर से उठा ले गए, युवक का नही मिल पा रहा कोई सुराग, पुलिस जुटी जांच में



ऋषिकेश 28 जून। थाना ऋषिकेश के बनखंडी क्षेत्र से एक युवक को पुलिस बनकर आए कुछ लोग वाहन में बिठाकर ले गए। जिसके बाद युवक का मोबाइल फोन स्विच आफ है। खास बात यह है कि इस बात की कोई जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई। अब युवक के स्वजन ने पुलिस ने मामले की हकीकत पता करने की गुहार लगाई है।

इस संबंध में श्यामपुर निवासी जोनीपाल ने ऋषिकेश कोतवाली पुलिस में तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि उनका भाई जितेंद्र पाल बनखंडी ऋषिकेश में रहता है। वह एक निर्माण कंपनी में साइट इंजीनियर है। बताया कि 27-28 जून को रात्रि करीब 1:20 बजे एक वाहन में सवार होकर कुछ लोग उनके घर पर आए। इनमें दो व्यक्तियों ने पुलिस की वर्दी पहनी थी, जबकि एक महिला सहित चार लोग बिना वर्दी के थे। आरोप है कि उक्त लोग घर में किसी को कुछ भी बताए बिना उनके भाई जतेंद्र पाल को गाली-गलौच और प्रताड़ित करते हुए अपने साथ वाहन में बिठाकर ले गए। इस वाहन का अस्पष्ट नंबर यूपी 27 ही घर के लोग देख पाए।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में आधा घंटे बाद जब उन्होंने ऋषिकेश कोतवाली में जाकर पता किया तो स्थानीय पुलिस का कहना था कि उन्हें इस तरह की किसी भी कार्रवाई की जानकारी किसी अन्य थाने की पुलिस की ओर से नहीं दी गई। स्वजन का कहना है कि जितेंद्र पाल का मोबाइल फोन भी तब से लगातार स्विच आफ आ रहा है।

स्वजन का कहना है कि जितेंद्र पाल का किसी से कोई विवाद अथवा लेनदेन का भी कोई मामला नहीं है। ऐसे में यदि उत्तरप्रदेश की पुलिस उसे गिरफ्तार करती तो, स्थानीय पुलिस को अवश्य विश्वास में लेती। स्वजन ने किसी अन्य तरह की अनहोनी की भी आशंका जताते हुए पुलिस से पूरे मामले की छानबीन करने की मांग की। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है, पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद से उक्त वाहन को ट्रेस करने की कोशिश में जुटी है।

भाजपा नेता द्वारा नाबालिका के साथ दुष्कर्म तथा महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचारों के विरोध में कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार का पुतला फूंका



ऋषिकेश 28 जून। हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में हुई 13 साल की नाबालिक बालिका के साथ हुए दुष्कर्म तथा महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचारों के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी ऋषिकेश ने कांग्रेस महानगर अध्यक्ष एडवोकेट राकेश सिंह  के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा सरकार का पुतला फूंका ।
इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष मोहित उनियाल एवं पीसीसी जयेंन्द्र रमोला ने कहा कि सरकार का काम यह सुनिश्चित करना होता है कि जनता को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो तथा सबसे महत्वपूर्ण उनको सुरक्षा मुहैया करना होता है जबकि प्रदेश में भाजपा के नेता व कार्यकर्ता और मंत्री ही ऐसे घिनौने अपराधों में लिप्त पाए जा रहे हैं सबसे बड़े दुख की बात यह है कि सरकार उनको सजा दिलाने के बजाय उनको बचाने का काम कर रही है आज किसी बहन बेटी पर इस तरह की घिनौनी वारदात होने के बाद किसी महिला मोर्चा को आवाज उठाते नहीं देखा और यह सिर्फ आज की बात नहीं है और ना सिर्फ प्रदेश बल्कि समूचे देश में काफी समय से ऐसा होता आ रहा है l
इसी क्रम में पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष राकेश अग्रवाल एवं संगठन महामंत्री ऋषि सिंघल ने कहा की प्रदेश में चारों तरफ गुंडागर्दी का माहौल है जोकि सरकार के संरक्षण में निरंतर पनप रहे हैं और बढ़ते जा रहे हैं आए दिन महिलाओ पर अत्याचार के साथ साथ अन्य जघन्य अपराध सुनने में आते रहते है अभि कुछ दिनों पहले ही देहरादून में गोलीबारी में एक युवक अपनी जान गंवा बैठा आज अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है और प्रदेश सरकार की नाक के नीचे ये सब अपराध हो रहे है लेकिन सरकार इन पर काबू पाने में लगातार असफल हो रही है इससे सरकार की नाकामी उजागर हो रही है ।
इस मौके पर  महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट, प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, श्यामपुर ब्लॉक अध्यक्ष विजयपाल रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा, ऋषि सिंघल, मधु मिश्रा, मंडलम अध्यक्ष प्रवीण गर्ग, कमल बनर्जी, राजेश शाह, सरोज देवराडी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गौरव राणा, छात्र संघ अध्यक्ष हिमांशु जाटव, राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, बिहारी लाल कोठारी, कार्यालय प्रभारी अशोक शर्मा, आदित्य झा आदि कांग्रेस जन उपस्थित रहे।

अवैध संबंधों के चलते तिहेरे हत्याकांड को दिया अंजाम, 3 ब्लांइड मर्डर केस मिस्ट्री का हुआ खुलासा 



ऋषिकेश देहरादून 27 जून। 2 दिन पूर्व देहरादून के थाना पटेल नगर बडोवाला क्षेत्र में पैट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से के पास 3 शव के मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। तिहेरे ब्लांइड मर्डर केस मिस्ट्री  का देहरादून एसएसपी अजय सिंह IPS ने  खुलासा किया है। जिसमें महिला के प्रेमी ने ही  घटना को अजांम देते हुए तिहेरा हत्याकांड किया गया था।

 बृहस्पतिवार को एसएसपी अजय सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 25 जून की सांय थाना पटेलनगर को बडोवाला क्षेत्र में पैट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना प्राप्त हुई जिस पर थाना पटेलनगर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा, मौके पर सूखे नाले में 02 शव कूडे में पडे हुये थे, जिससे दुर्गन्ध आ रही थी, पुलिस द्वारा शवो को कब्जे में लिया गया।

अगले दिन प्रातः वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा स्वंय घटना स्थल पर पहुंचकर अपनी निगरानी में घटना स्थल व उसके आस-पास के जंगल में काम्बिंग/सर्च अभियान चलाया गया, सर्च अभियान के दौरान पूर्व में शव बरामद होने के स्थान से कुछ दूरी पर कूडे का ढेर से तेज दुर्गन्ध आने पर कूढे को हटाकर देखा गया तो 01 अन्य महिला का सडा-गला शव ढेर के नीचे दबा हुआ मिला, जिसे आवश्यक कार्यवाही हेतु मोर्चरी में भिजवाया गया। घटना स्थल से एक अन्य महिला का शव मिलने से साफ हुआ कि उक्त सभी शव एक ही परिवार के सदस्यों के हैं।

घटना की सवेंदनशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना के अनावरण हेतु तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया, साथ ही पुलिस अधीक्षक नगर के साथ लगातार टीमों के साथ मौजूद रहकर मॉनिटरिंग की गई।

गठित टीमों द्वारा जनपद के सभी थानों व आस पास के जनपदों मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर आदि स्थानो पर विगत कुछ दिनों में किसी महिला व उसके बच्चियों की गुमशुदगी के सम्बन्ध में जानकारी की गई परन्तु देहरादून, मुजफ्फरनगर तथा सहारनपुर के किसी थाने में ऐसे किसी गुमशुदगी का दर्ज होना नहीं पाया गया। बिजनौर में एक दो थाना क्षेत्रों में महिला व उसकी बच्चीयों की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई, जिस पर तत्काल एक टीम को बिजनौर रवाना कर उक्त गुमशुदगियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई।

उन्होंने बताया कि घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला व बच्चों के कपडे व अन्य सामग्री रखी हुई थी, जो उक्त शवों के ही प्रतीत हो रहे थे। पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ तथा घटना स्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिकट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व 01 नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए, जिस पर पुलिस टीम द्वारा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों के सम्बंध में जानकारी करने पर पुलिस टीम को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी मिला, शक होने पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति हसीन पुत्र नसीम को पूछताछ हेतु चौकी पर लाया गया, जहां सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अवैध सम्बंधो के चलते उक्त महिला व उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया गया। हसीन पुत्र नसीम निवासी फरीदपुर थाना व पोस्ट नेहटोर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश हाल निवासी ब्रहमपुरी पटेलनगर जनपद देहरादून उम्र 36 वर्ष को पुलिस टीम द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में अभियुक्त हसीन द्वारा बताया गया कि वह बिजनौर का रहने वाला है तथा बढोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में कार्य करता है, वह तलाकशुदा है और मृतका रेश्मा से पिछले 02 वर्षो से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था तथा रेश्मा द्वारा अभियुक्त पर लगातार शादी करने तथा साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था,

दिनांक 23-06-2024 की शाम मृतका अपनी पुत्री आयत(उम्र 15 वर्ष) तथा आयशा(उम्र- 08 माह) के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गयी तथा अभियुक्त को फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी, जिस पर अभियुक्त ने उससे पीछा छुडाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई तथा अपनी मो0सा0 संख्या यूपी020 बीई 9915 गलैमर से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा तथा रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया, जहां उन्हें रात्री मे सुलाने के पश्चात अभियुक्त द्वारा पहले मृतका रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की तथा उसके बाद दोनो बच्चीयो की मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। 

दोनों आंखों से दिव्यांग कृष्णपाल आंख तथा हाथ पैर सलामत होने पर भीख मांगने वालों को दिखाते आईना  17 वर्ष से  हर साल श्री बदरीनाथ धाम में जा कर फेरी लगाकर बेचते है प्रसाद एवं पूजा सामग्री आत्म सम्मान के लिए प्रसाद बेचकर करते है जीवन यापन



ऋषिकेश/श्री बदरीनाथ धाम/ गोपेश्वर: 20 जून। श्री बदरीनाथ धाम में दोनों आंखों से दिब्यांग जिला- दुमका झारखंड निवासी कृष्णपाल (उम्र 35 )वर्ष 2007 से श्री बदरीनाथ धाम में फेरी लगाकर, डलिया गले में डालकर भगवान श्री बदरीनाथ धाम का प्रसाद,पूजा सामग्री, सिंदूर आदि बेचते है इसी से बदरीनाथ में अकेले रहकर अपना जीवन यापन करते है वह कहते है कि वह जन्मांध है इसका उन्हें कुछ भी मलाल नही है।

वह मौसम का अनुमान बता देते है तो जिस व्यक्ति की आवाज तथा नाम एक बार सुन लेते है दूर से आवाज से पहचान जाते है।
सिक्कों तथा नोटों की पहचान करते है अपने वस्त्र भी स्वयं धोते है तथा भोजन तक बनाते है की पेड फोन नंबर डायल कर लेते है तथा फोन अच्छी तरह अटेंड करते है।

गरीब घर में जन्में कृष्ण पाल स्कूल तो गये लेकिन अधिक पढ- लिख नहीं सके। उनकी इच्छा थी कि वह बदरीनाथ धाम पहुंच जाये लेकिन यह संभव नही हो रहा था। वर्ष 2007 में पहली बार किसी तरह अकेले जिला दुमका झारखंड से श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। श्री बदरीनाथ मंदिर के सिंह द्वार पर माथा टेका। वह कुछ दिन बदरीनाथ धाम में घूमे फिरे तो लोगों ने दिव्यांगता के कारण उन्हें दानस्वरूप पैसे देने शुरू किये एक दो दिन भीख के पैसे लेने के बाद उन्हें बहुत आत्मग्लानि हुई उन्होंने निश्चय किया कि वह कभी न तो भीख मांगेंगे नहीं किसी की दान में दी हुई वस्तु स्वीकारेंगे। कुछ ऐसा करेंगे जिससे लोग उन्हें दया का पात्र न समझे इस तरह वह स्वाभिमान से जी सकें।

उन्होंने निश्चय किया कि वह भगवान बदरीविशाल का प्रसाद बैच कर जीवन यापन करेंगे।
कृष्ण पाल अब यात्राकाल में मंदिर परिसर के बाहर सिंह द्वार के निकट तथा दर्शन पंक्ति में डलिया में रखकर प्रसाद, सिंदूर, पूजा सामग्री बेचते दिख जाते है। वह प्रसाद बेचने के बाद क्यू आर कोड से डिजिटल पेमेंट भी स्वीकारते है उनका कहना है कोई भी यात्री उन्हें ठगता नहीं है। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद वह झारखंड चले जाते है।

कृष्ण पाल का कहना है कि वह जन्मांध होकर भी भीख न मांगते है न स्वीकार करते है वह उन लोगों को अपने कार्य से प्रेरणा देना चाहते है कि शरीर संपन होने के बावजूद भीख न मांगे बल्कि पुरूषार्थ करें।
जो बदरीनाथ अथवा तीर्थस्थलों तथा अन्य जगह भीख मांगते हैं उनको कृष्णपाल से सीख लेनी चाहिए।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि दिव्यांग कृष्ण पाल बहुत स्वाभिमानी है उन्हें अपने दिव्यांग होने का कोई दु:ख नही है लेकिन उनको इस बात की टीस है कि अच्छे खासे लोग तीर्थस्थलों, सड़को पर भीख मांगते फिरते है तथा काम नहीं करना चाहते।
कृष्णपाल अपने जीवन संघर्ष बारे में मीडिया तथा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को बताना चाहते है ताकि उनसे कुछेक लोग प्रेरणा ले सकें।
चार पांच वर्ष पहले मीडिया ने उनके पुरूषार्थ को बहुत सराहा था।