टीएचडीसी में आयोजित की गई ऊर्जा संरक्षण पर राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता-2023 -आचार्यकुलम, हरिद्वार की आरुषि सिंह ने ‌ प्रथम, द्वितीय देव सिंह, और सेंट मैरी ने तृतीय स्थान किया हासिल


ऋषिकेश- 24, नवंबर ।टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने ऋषिकेश में उत्तराखंड राज्य के स्कूली छात्र-छात्राओं की ऊर्जा संरक्षण पर राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता-2023 का सफलतापूर्वक आयोजन किया ।

शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए डा ए एन त्रिपाठी अपर महाप्रबंधक कॉरपोरेटर संचार के जैसे भी बताया कि ऊर्जा दक्षता (बीईई), ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित प्रतियोगिता ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय जागरूकता अभियान में उत्तराखंड के लिए नोडल एजेंसी के रूप में टीएचडीसी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

आर. के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने इस अवसर पर अभियान की सफलता सुनिश्चित करने में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय, बीईई, राज्य सरकार और अन्य हितधारकों के बीच प्रभावी सहयोग पर प्रकाश डाला।

विश्नोई ने बताया कि टीएचडीसी द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के 283 स्कूलों के कुल 1,69,787 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो पिछले वर्ष की 1,50,388 विद्यार्थियों की संख्या से अधिक रहा।

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक कार्मिक, शैलेन्द्र सिंह इस प्रतियोगिता के पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे , सिंह ने प्रतियोगिता में ग्रुप ए (कक्षा 5वीं, 6वीं और 7वीं) और ग्रुप बी (कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं) दोनों के प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेताओं को रुपए 50,000/-, रुपए 30,000/- और रुपए 20,000/- के पुरस्कार प्रदान किए व साथ ही रुपए 7,500/- के 10 सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया | ग्रुप ए से सुश्री शताक्षी वतश, आचार्यकुलम, हरिद्वार ने प्रथम, सुश्री आरुषि सिंह, आचार्यकुलम, हरिद्वार ने द्वितीय और देव सिंह, सेंट मैरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने तृतीय स्थान हासिल किया और ग्रुप बी से रॉनित राज, आचार्यकुलम, हरिद्वार ने प्रथम, सुश्री आरोही चौधरी, सेंट मैरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने द्वितीय और श्री यक्षराज सिंह, आचार्यकुलम, हरिद्वार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

अपने संबोधन के दौरान शैलेन्द्र सिंह ने ऊर्जा संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया और सोच समझ कर ऊर्जा का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों की चित्रकलाएं “एक धरती, अनेक प्रयास” और “लाईफ – बिना सोचे-समझे और विनाशकारी उपभोग के बजाय विवेकपूर्ण उपयोग” जैसे विषयों आधारित रही। सिंह ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इस प्रतियोगिता के विषय जिम्मेदार ऊर्जा प्रथाओं की तत्काल आवश्यकता को दर्शाते हैं।

उन्होंने उल्लेख किया कि राष्ट्र के भविष्य के रूप में, बच्चों को इन सिद्धांतों को सीखना चाहिए और उनके प्रति अग्रसर होना चाहिए | साथ ही कहा कि बच्चों की कल्पना ने यह दिखाया है कि सबके सहयोग और साझेदारी से ही हम सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य बना सकते हैं।उन्होने बताया कि ग्रुप ए और ग्रुप बी दोनों के प्रथम तीन विजेता नई दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

साथ ही उन्होंने पिछले वर्ष की उपलब्धि को भी साझा किया, जहां उत्तराखंड राज्य के एक प्रतिभागी ने ग्रुप ए श्रेणी के तहत दिल्ली में आयोजित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता।

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